मार्केटिंग
हमारी जिंदगी इतनी भी आसान नही है
ये सच है किसी का इसतरफ ध्यान नही है
खर्चों का आलम ये है कि अपनी ख्वाहिशों का गला दबा देते हैं
और ये आँसूँ हमको भी आते हैं ये अलग बात है हम छुपा लेते हैं
और जिन्हें लगता है कि हम बड़े मौज में हैं
उन्हें क्या पता हम रहते किस खोज में हैं
अंदाजा लगाना हो तो स्वागत है आपका बाज़ार मे
अच्छे अच्छो की नाँव डूब जाती है मँझधार में