कुछ सोच के हम खुद को बदलने चले गए
वो काम जिसे लोग मुहब्बत कहा करें
हम आज उसी काम को करने चले गए
तारीख मेरे हक़ मे करे कोई फैसला
हम इश्क़ के दरिया मे उतरने चले गए
बहके हुए दिन रात बुरा हाल है मेरा
इस हाल को फिलहाल बदलने चले गए
बेबाक हवा नाम तेरा लेके जब चली
हम उसकी महक साँस मे भरने चले गए
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