आँखों में नूर था तू साथ है मेरे
कोई और हो न हो क्या फर्क है मुझे
इतना जरूर था तू साथ है मेरे
ये खौफ ये सजा ये दर्द ये सितम
इन सबसे दूर था तू पास है मेरे
परवाह नही कोई किस ओर थे कदम
कैसा फितूर था तू साथ है मेरे
जो बात चल पड़ी वो बात हो गई
बस जी हुजूर था तू साथ है मेरे
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