Sunday, 1 October 2023
मौज हो
फूलों की फ़िकर क्या करें कांटों की मौज हो
नीदों की जगह आँख में ख्वाबों की मौज हो
जब चार दिन का ये सफर ही पास है तेरे
मंजिल की खबर हो न हो राहों की मौज हो
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