Friday 24 April 2020

बैंक वाले बैंक वाले ।। bank wale bank wale

चाहे जान जोखिम में , फिर भी करें सेवा
ये सिंपल से बंदे हैं , खाते नही मेवा
पूरे ईमान से , लगे हैं जी-जान से
बैंक वाले बैंक वाले
सच मे महान हैं
बैंक वाले बैंक वाले
सॉलिड इंसान हैं

पहले आया जन-धन तो , खाते खुले लोगों के
लाइन लगी पब्लिक की , हमने कहा ओके है
फिर आई नोटबन्दी , फिर से कतार लगी
बारह बजे रात में भी , हमने करी सेवा थी

चाहे हो जीएसटी या , चाहे पैसे ईंधन के
सभी को संभाला है , हमने तो तन-मन से
छोटा बड़ा कोई नही , जो भी यहाँ आया है
डिजिटल जमाने को , हमने बनाया है
जनता के काम मे , लगे हैं जी-जान से
बैंक वाले बैंक वाले
सच मे महान हैं
बैंक वाले बैंक वाले
सॉलिड इंसान हैं

मुद्रा के लोन खाते , खुले ये अपार जब
गली गली गाँव मे भी , बढ़े रोजगार तब
चाहे आधार हो , चाहे पगार हो
बैंक की ही मेहनत से , काम-व्यापार हो

इन दिनों छाया ये , वायरस कोरोना का
हम गए काम पर , काहे का रोना था
जनता की सेवा का , अपना प्रयास है
सल्लू ने भी बोला , बैंक वाले खास हैं
पूरे ही ध्यान से , लगे हैं जी-जान से
बैंक वाले बैंक वाले
सॉलिड इंसान हैं

कविराज तरुण
7007789629
9451348935

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