तुम्ही दिन के उजाले में अँधेरी रात करते हो खिली सी धूप है फिरभी यहाँ बरसात करते हो मुझे बिल्कुल नही जँचता तेरा अंदाज सच में ये किसी से भी बयाँ दिल के सभी जज़्बात करते हो
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