साथिया
तू जब मेरे साथ था , दिल को एक शुकून था ...
मंजिले भी पास थी , अलग सा जूनून था ...
तू कहाँ चली गयी , कि फिर आई नहीं
क्या है वजह.......... ये बता
साथिया साथिया साथिया ......
थे चाहतो के रंग भी ...
बारिशो के संग भी ...
ख्वाहिशो के ढंग भी ...
प्यार की उमग भी ...
बह रही है ... कह रही है
आ लौट के तू.. मेरे हमदम .......... मेरे रहनुमा
साथिया साथिया साथिया ......
रात बेजान है , रूह अनजान है ...
घर की तहलीज़ पर , तेरे ही निशान हैं ...
इस आबोहवा को , इस फिजा को ...
इन धडकनों की हर एक अदा को ...
तेरी ही जुस्तजू , तेरा ही अरमान है ...
कि मै चाहता था , चाहता हूँ , चाहूँगा मै ........सदा ...
साथिया साथिया साथिया ......
तू जब मेरे साथ था , दिल को एक शुकून था ...
मंजिले भी पास थी , अलग सा जूनून था ...
तू कहाँ चली गयी , कि फिर आई नहीं
क्या है वजह.......... ये बता
साथिया साथिया साथिया ......
थे चाहतो के रंग भी ...
बारिशो के संग भी ...
ख्वाहिशो के ढंग भी ...
प्यार की उमग भी ...
बह रही है ... कह रही है
आ लौट के तू.. मेरे हमदम .......... मेरे रहनुमा
साथिया साथिया साथिया ......
रात बेजान है , रूह अनजान है ...
घर की तहलीज़ पर , तेरे ही निशान हैं ...
इस आबोहवा को , इस फिजा को ...
इन धडकनों की हर एक अदा को ...
तेरी ही जुस्तजू , तेरा ही अरमान है ...
कि मै चाहता था , चाहता हूँ , चाहूँगा मै ........सदा ...
साथिया साथिया साथिया ......
Lyrics by---- कविराज तरुण
have you upload your song somewhere...in youtube or else..where we can listen....
ReplyDeleteLooks good but try to findout good singer like me.. :) and upload the song...
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