Wednesday, 22 April 2015

आओगी ना

मै मर जाऊँगा तो तुम आओगी ना ।
चंद आँसूं मेरी कब्र पर गिराओगी ना ।
या ज़माने के डर से फेर लोगी निगाहें ।
भूल जाओगी वो लम्हें वो बाहों मे बाहें ।
मेरी बचकानी हरकतो का सोचकर मुस्कुराओगी ना ।
मै मर जाऊँगा तो तुम आओगी ना ।
कई रिश्ते रोकेंगे मेरे पास आने को ।
दिखाई देंगे नही मेरे दर्द इस ज़माने को ।
कई सवालों के जवाब तुम दे ना पाओगे ।
अश्क आयेंगे तो शायद पलकों में छिपाओगे ।
अपनी यादों मे मुझको हमेशा पाओगी ना ।
मै मर जाऊँगा तो तुम आओगी ना ।

तरुण

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