Tuesday, 21 March 2017

भोजपुरी जिंदगी एक सजा

जिंदगी एक सजा, बन गइल बा
तोहरा के देखिल ,बस ई कमी बा
जिंदगी एक सजा, बन गइल बा
तोहरा के देखिल, बस ई कमी बा

जिंदगी एक सजा ,बन गइल बा

ऐके मिटावे खातिर , तनिका तू आवा
संगे मुस्कुरावे खातिर , तनिका तू आवा

जिंदगी एक सजा, बन गइल बा
तोहरा के देखिल ,बस ई कमी बा

जिंदगी एक सजा, बन गइल बा

इहर ..हम हई अधूरा , ओहर..तू हउ अधूरी(२)
मिलन की भईल बा , सब ख्वाहिश अधूरी(२)

लावा ..कदमो मा रच्ची तू जमीं
लावा ..सावन के संगे तू नमी
तोहरे बिना ... हो
तोहरे बिना हम
जी न सकी है
आवा ..सूरज से लइके रोशिनी
आवा ..चंदा से लइके चाँदनी

लावा ..हमके तनी तू जिंदगी(२)
जिंदगी
जिंदगी
जिंदगी...हो

जिंदगी एक सजा, बन गइल बा
तोहरा के देखिल ,बस ई कमी बा
जिंदगी एक सजा, बन गइल बा

जिंदगी एक सजा ,बन गइल बा

कविराज तरुण

No comments:

Post a Comment