*माँ शारदे वंदना*
जय जय जय माँ वीणा वाली
अति मोहक छवि और निराली
हंसवाहिनी बुद्धि प्रदात्री
ज्ञानकोष के तिमिर मिटाती
वर दे भर दे नवगुण की थाली
जय जय जय माँ वीणा वाली
है विकार जो मन के द्वारे
माँ तू उनको सहज सुधारे
देवी सुरसा वसुधा भामा
पुंज अलौकिक तेरे नामा
कर दे तर दे ये जीवन खाली
जय जय जय माँ वीणा वाली
सुवासिनी तू विद्यारूपा
महाभुजा हे दिव्य अनूपा
चरण पखारूं शीश झुकाऊँ
तेरे वंदन में सुधि पाऊँ
मिट जायेगी किस्मत काली
जय जय जय माँ वीणा वाली
*कविराज तरुण 'सक्षम'*
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