Sunday, 14 July 2019

कतअ 8

और क्या बाकी बचा तेरे हिसाब मे
अल्फ़ाज़ दफ्न हो रहे मेरी किताब मे
इश्क़ का तोहफा समझ अबतक बचाया जो
बू बगावत की बची अब उस गुलाब मे

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