Saturday, 24 June 2017

अर्ज़ है 25.06.17

अर्ज़ है -

गौर फरमाईयेगा ...

तिरे सवाल का जवाब लाज़िमी सा है ।
जहन खुदा सा' है लिबास आदमी सा है ।।

सुप्रभात

कविराज तरुण सक्षम

No comments:

Post a Comment