212 212 212 2
हाल-ए-दिल सुनाते चलेंगे ।
ख़्वाब अपने सजाते चलेंगे ।।
है अँधेरा घना क्यों डरे हो ।
दीप मन में जलाते चलेंगे ।।
मुश्किलें सामने आ गई तो ।
हम सनम मुस्कुराते चलेंगे ।।
साहिलों को पता है इरादा ।
नाव यूँ ही चलाते चलेंगे ।।
नाम तेरा जवानी तरुण है ।
दिल से दिल हम मिलाते चलेंगे ।।
कविराज तरुण सक्षम
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